एक बार फिर दिल्ली कूच करेंगे किसान, 17 और 18 जुलाई 2024 को अंबाला में देंगे धरना
Haryana News: भारतीय किसान मजदूर यूनियन की एक विशेष बैठक रविवार को शंभू बार्डर पर हुई, जिसमें राष्ट्रीय प्रधान मनजीत सिंह घुमाणा की अगुवाई में किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और अन्य किसान नेता शामिल हुए। बैठक में मनजीत सिंह घुमाणा ने बताया कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी हरियाणा सरकार को शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश दिए हैं। इससे यह साबित हो गया है कि शंभू और खनौरी बॉर्डर किसानों ने नहीं, बल्कि सरकार ने बंद किए हैं। अब जिस दिन हरियाणा सरकार बैरिकेड्स हटाकर रास्ता खोल देगी, उसी दिन किसान शंभू बॉर्डर को खाली कर दिल्ली के लिए कूच करेंगे। तब तक किसान वापस नहीं आएंगे जब तक केंद्र सरकार उनकी मानी हुई मांगें लागू नहीं करती।
मनजीत सिंह ने बताया कि भारतीय किसान मजदूर यूनियन किसान नेता नवदीप जलवेडा को हरियाणा पुलिस से रिहा करवाने के लिए 17 और 18 जुलाई को अंबाला के एसपी दफ्तर के बाहर धरना देंगे। धरने में पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान शामिल होंगे। अगर इसके बाद भी हरियाणा सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी, तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी और सख्त कदम उठाए जाएंगे।
शनिवार को किसान नेताओं ने शंभू और खनौरी बॉर्डरों पर डटे किसानों को संदेश दिया था कि अपना सामान बांधना शुरू कर दें और ट्रैक्टरों की हवा और पानी भी चेक करा लें। जरूरत के हिसाब से ट्रैक्टरों में तेल भी भरवा लें, क्योंकि किसी भी दिन दिल्ली के लिए कूच करना पड़ सकता है।
सुरजीत सिंह फूल और जसवीर सिंह सिधूपुर ने कहा कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद हरियाणा सरकार अभी तक बॉर्डर खोलने के लिए तैयार नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि हम सब तैयार हैं और जब भी बॉर्डर खुलेंगे, हम अपने ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि हमारे लिए ट्रैक्टर-ट्रालियों के बिना कोई गुजारा नहीं है। इसमें हम आराम करते हैं, सोते हैं और अपना खाने-पीने का सामान लेकर चलते हैं। उन्होंने सवाल किया कि सरकार को इन ट्रैक्टर-ट्रालियों से इतनी परेशानी क्यों है। इस मौके पर बलकार सिंह बैंस, बलकार सिंह बहिरामके, सुरजीत सिंह फुल, बलदेव सिंह जीरा, जसविंदर सिंह लोगोंवाल, मनजीत सिंह राय, मलकीत सिंह गुलामीवाला, हीरा सिंह, बलविंदर सिंह, ऊकार सिंह पंगाला, तेजवीर सिंह पंजोखरा, सुखचैन सिंह, अशोक बुलारा समेत अन्य किसान उपस्थित रहे।
महिलाएं भी दिल्ली जाएंगी
किसान नेता सवाजपुर ने बताया कि बड़ी संख्या में महिलाएं भी किसानों के साथ दिल्ली कूच करेंगी। पहले किसानी आंदोलन में भी महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने लंगर सेवा से लेकर अपने जोशीले भाषणों के जरिए आंदोलन को ताकत दी थी। इस बार भी महिलाओं में वही जोश और उत्साह है। पंजाब के विभिन्न जिलों से कई महिलाएं जत्थों में बॉर्डर पर पहुंचेंगी।